हिंदी भाषा में कैरियर बनाना कैसा है ? Hindi bhasha mein carrier
हिंदी भाषा में पढ़ाई करने पर क्या स्कोप है, हिंदी भाषा में पढ़ाई करने के फायदे :
सितंबर का महीना हिंदी भाषा के लिए खास होता है. इस महीने कि 14 तारीख को हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिंदी बोलने पढ़ने वाले यूं तो इस भाषा (Hindi) को अपनी अस्मिता से जोड़कर देखते हैं. लेकिन जब शिक्षा और कैरियर के लिहाज से हिंदी की बात आती है, तो थोड़ा ठिठक जाते हैं. जबकि वैश्वीकरण के बाद से ही हिंदी में लगातार नई संभावनाएं जन्मी है.
आज हिंदी भाषा (Hindi Language) में कैरियर बनाने के बेहतरीन विकल्प मौजूद है. हिंदी भाषा में गहरी रूचि (Interest) रखने वाले छात्र हिंदी में मौजूद कैरियर राहों के बारे में जानकर एक बेहतर कल की नीव रख सकते हैं. तो चलिए जानते हैं हिंदी भाषा की संभावनाओं के बारे में.
हिंदी भाषा में कैरियर बनाना कैसा है ? Hindi bhasha mein carrier
हिंदी भाषा में कैरियर बनाना कैसा है Hindi bhasha mein carrier |
हिंदी भाषा में कैरियर बनाना कैसा है ?
हिंदी हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है. हिंदी सिनेमा की दुनिया भर में लोकप्रियता है. हिंदी भाषा में बड़े पैमाने पर TV सीरियल और Web Series बनती है. हिंदी भारत (India) की राजभाषा है. इसीलिए संसद के कार्य हिंदी या अंग्रेजी में किए जाते हैं. सरकारी विभागों (Govt. Jobs) एवं बैंकों में हिंदी भाषा के अधिकाधिक उपयोग को तरजीह दी जाती है. हिंदी के अखबार एवं न्यूज़ चैनल अंग्रेजी एवं अन्य भारतीय भाषाओं की तुलना में अधिक है. बावजूद इसके हिंदी भाषा को रोजगार देने वाली भाषा नहीं माना जाता है. जबकि हिंदी भाषा (Hindi Language) में कैरियर की कई राहे मौजूद है. अगर आप हिंदी भाषा एवं हिंदी के साथ अंग्रेजी या किसी विदेशी या क्षेत्रीय भाषा में दक्ष (Fluent) है. तो सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में आपके लिए आगे बढ़ने की भरपूर संभावनाएं मौजूद है.
हिंदी भाषा (Hindi Language) के साथ हासिल कर सकते हैं सरकारी नौकरी :
हिंदी भारत की राजभाषा है. और सभी सरकारी विभागों के काम अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी होना अनिवार्य है. इसके लिए सरकारी संस्थानों (Government Departments) एवं मंत्रालयों में राजभाषा अधिकारी की नियुक्ति की जाती है. सरकारी बैंकों बीमा कंपनियों में भी राजभाषा अधिकारी के पद होते हैं. हिंदी में पोस्ट ग्रेजुएशन (PG), साथ में ग्रेजुएशन स्तर पर एक विषय के तौर पर अंग्रेजी की पढ़ाई या संस्कृत के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन और ग्रेजुएशन स्तर पर हिंदी और अंग्रेजी की पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थी राजभाषा अधिकारी बनने की तैयारी कर सकते हैं.
अपनी पढ़ाई हिंदी भाषा में करने से क्या फायदे हो सकते हैं :
बहुत से सरकारी विभागों या संस्थानों में हिंदी अनुवादक को नियुक्त की जाती है. इस पद पर चयन के बाद धीरे-धीरे अनुभव और आयु के अनुसार प्रमोशन मिलता है. अनुवादक सहायक निर्देशक उपनिदेशक और निदेशक के रूप में प्रमोशन हासिल कर सकते हैं. हिंदी साहित्य से स्नातक करने के बाद यूपीएससी (UPSC) और पीएससी (PSC) आदि प्रतियोगी परीक्षाएं दे सकते हैं. हिंदी साहित्य से B.A करने के बाद B.Ed कर स्कूल शिक्षक बन सकते हैं. या आगे M.A एवं पीएचडी (P.H.D) कर कॉलेज या यूनिवर्सिटी में अध्यापन करने का भी विकल्प मौजूद है.
हिंदी भाषा से पढ़ाई करने के बाद क्या-क्या किया जा सकता है :
हिंदी भाषा में पढ़ाई करके आप पत्रकारिता में अपनी पहचान बना सकते हैं :
आप हिंदी पत्रकारिता (Reporting) में आगे बढ़ सकते हैं. प्रिंट मीडिया, न्यूज़ चैनल, रेडियो और वेब जर्नलिज्म तक एक बड़ा कार्य क्षेत्र है जो हिंदी भाषा में काम करती है. हिंदी पत्रकारिता (Reporting) में करियर बनाने के लिए हिंदी लिखने और बोलने के कौशल के साथ अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद (Translation) की दक्षता और खबरों की समझ जरूरी है. बीए (B.A) के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म, M.A इन जर्नलिज्म, Diploma इन जर्नलिज्म, पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया में कोई एक कोर्स कर हिंदी पत्रकारिता मैं कैरियर बना सकते हैं.
हिंदी भाषा में पढ़ाई करके किसी भी न्यूज़ चैनल में रिपोर्टर कैसे बने:
हिंदी पत्रकारिता (Reporting) में करियर बनाने के लिए हिंदी लिखने और बोलने के कौशल के साथ अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद (Translation) की दक्षता और खबरों की समझ जरूरी है. बीए (B.A) के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म, M.A इन जर्नलिज्म, Diploma इन जर्नलिज्म, पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया में कोई एक कोर्स कर हिंदी पत्रकारिता मैं कैरियर बना सकते हैं.
आप हिंदी भाषा की पढ़ाई कर बताओ और कॉपीराइटर का काम कर सकते हैं, हिंदी भाषा में कॉपीराइटर कैसे बने :
विज्ञापन इंडस्ट्रीज, फिल्म एंड टेलिविजन इंडस्ट्रीज, से लेकर रेडियो एवं पत्रिकाओं तक में हिंदी भाषा (Hindi Language) के कॉपीराइटर के लिए संभावनाएं मौजूद है. कल्पना एवं विस्मयकारी लेखन कौशल के संयोजन से आप एक बेहतरीन कॉपीराइटर (Copywriter) बन सकते हैं. कॉपीराइटर का मुख्य काम किसी विचार (idea) को शब्दों में बुनना होता है. कॉपीराइटर विज्ञापन, रेडियो, फिल्म व टीवी के लिए स्क्रिप्ट, जिंगल, स्लोगन, पंचलाइन आदि लिखते हैं.
हिंदी भाषा में पढ़ाई कर अनुवाद में बनाएं राह, Hindi Tranlator या Publisher कैसे बने ;
कई सरकारी व गैर सरकारी एजेंसी, या प्रकाशन विभाग, नेशनल बुक ट्रस्ट, चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट आदि. में बड़े पैमाने पर अंग्रेजी से हिंदी और हिंदी से अंग्रेजी में अनुवाद (Translation) का काम होता है. इनके अलावा कई प्रकाशक (Publishers) जैसे पेंग्विन, यात्रा बुकस, सेज पब्लिकेशन, वाणी, राजकमल प्रकाशन आदि अंग्रेजी और दूसरी भाषाओं से हिंदी में अनुवाद कराते हैं. हिंदी प्रकाशन (Hindi Publication) हाउस अच्छी रचनाओं का चयन करने और उनका प्रूफ पढ़ने और फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने के लिए हिंदी भाषा के जानकारों को अच्छे वेतन के साथ नौकरी पर रखते हैं.
हिंदी भाषा में पढ़ाई कर फिल्म व टीवी के लिए लेखन का काम कर सकते हैं :
हिंदी में गीत, कहानी (story) और संवाद लिखने की काबिलियत गीतकार, पटकथा व संवाद लेखक के तौर पर पहचान बनाने का अवसर दिलाती है. हिंदी लेखकों में अमृतलाल नागर, मनोहर श्याम जोशी, कमलेश्वर समेत कई प्रतिष्ठित नाम है, जो साहित्य लेखन एवं पत्रकारिता के साथ फिल्म एवं टेलीविजन लेखन में बराबर दखल रखते हैं. हिंदी में पठकथा, सँवाद एवं गीत लिखने की प्रतिभा रखने वालों के लिए हिंदी फिल्म (Movies) एवं टेलीविजन इंडस्ट्री में पहचान बनाने की अच्छी संभावनाएं मौजूद हैं.
लेखक कैसे बने, लेखक कौन बन सकता है :
हिंदी भाषा में पढ़ाई करने के बाद आप लेखक बन कैरियर बना सकते हैं :
हिंदी लेखन की एक बड़ी दुनिया है. लेखन अनुभव और एहसास को शब्दों (words) में बयां करने की कला है. लेखक बनने के लिए किसी कोर्स (Course) या डिग्री (Degree) की जरूरत नहीं होती है. दूसरों की भावनाओं को महसूस करने, उसे अभिव्यक्त करने के लिए भाषा का अच्छा ज्ञान, लिखने की उम्दा कला आपको लेखक बना सकती है. लेखक बनने के लिए धैर्य और एकाग्रता भी बहुत जरूरी है. शुरुआत आप अपने अनुभवों को कविता, लघु कथा या कहानी (Story) के रूप में लिखने के साथ कर सकते हैं. और उन्हें समाचार पत्रों, साहित्यिक पत्रिकाओं को भेज सकते हैं. इंटरनेट के विस्तार ने लोगों को अपनी पहचान बनाने का एक अच्छा प्लेटफार्म दिया है. आप अपना एक ब्लॉग (Blog) बना कर जो भी लिखे उस पर पब्लिश (Publish) कर सकते हैं. अपनी रचनाओं के प्रकाशन के लिए हिंदी की साहित्यिक पत्रिकाओं एवं प्रकाशन हाउस से संपर्क कर सकते हैं.
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